व्यापार में तरक्की और भाग्य में वृद्धि के लिए बुधवार को दुर्वा से जुड़ा कर लें ये उपाय! गणेश जी कृपा से भर जाएगी तिजोरी

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Budhwar Durva Upay: बुधवार को गणपति जी को प्रसन्न करना है तो दूर्वा के कुछ विशेष उपाय करना न भूलें, ये उपाय नौकरी, व्यापार, पारिवारिक सुख में लाभदायक हो सकते हैं.

Budhwar Durva Upay: गणपति को दूर्वा, मोदक, लड्डू विशेष प्रिय हैं, जिस तरह तुलसी और कान्ह जी, बेलपत्र और शिव जी का संबंध है उसी तरह गणपति जी और दूर्वा का खास जुड़ाव है. बुधवार के दिन गणपति जी के दूर्वा से जुड़े उपाय करने पर दरिद्रता दूर होती है और व्यापार में तरक्की के रास्ते खुलते हैं. आइए जानते हैं बुधवार को दूर्वा के उपाय.

गणेश जी को क्यों पसंद है दूर्वा ?

गणेशजी और दूर्वा के संबंध में अनलासुर नाम दैत्य की कथा प्रचलित है. एक बार देवी-देवताओं और सभी प्राणियों की रक्षा के लिए गणपति अनलासुर से युद्ध करने पहुंचे. तब इन दोनों के बीच घमासान युद्ध हुआ. अनलासुर पराजित ही नहीं हो रहा था, तब भगवान गणेश ने उसे निगल लिया. इसके बाद उनके पेट में बहुत जलन होने लगी.

कश्यप ऋषि ने दूर्वा की 21 गांठें बनाकर उन्हें खाने के लिए दी. जैसे ही उन्होंने दूर्वा खाई, उनके पेट की जलन शांत हो गई. तभी से भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ाने की परंपरा शुरू हुई.

बुधवार दूर्वा के उपाय

कर्ज से मुक्ति – बुधवार या गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को पांच दूर्वा में 11 गांठ लगाकर अर्पित करें. साथ ही हर रोज ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र का पाठ करें. कहते हैं इससे धन संबंधी समस्याओं का अंत होता है, कर्ज चुकाने में आ रही परेशानी दूर होती है.

नौकरी व्यापार में उन्नति – बुध कमजोर हो तो व्यापार और नौकरी में संकट आना शुरू हो जाता है. गणेश मंदिर में जाकर दूर्वा की 11 गांठ अर्पित करें. हल्दी अर्पित करें. गणेश चालीसा का पाठ करें. इससे बिजनेस में उन्नति होती है.

बिगड़े काम बन जाएंगे – अगर आपके बने बनाए कार्य अटक जाते हैं तो सफेद गाय के दूध से सफेद दूर्वा घास का लेप बनाएं और फिर उसका हर रोज तिलक लगाएं. कहते हैं इससे दुर्भाग्य सौभाग्य में बदल जाता है.

परिवार में क्लेश – परिवार में आए दिन क्लेश होते हैं तो बुधवार के दिन गाय को हरी दूर्वा घास खिलाएं. ऐसा करने से गृह क्लेश दूर होता है और लोगों के बीच आपसी प्यार बढ़ता है एकता बनी रहती है.