नेशनल हेराल्ड केस में गांधी परिवार के खिलाफ ईडी के एक्शन के बाद इस मामले में बीजेपी की तरफ से कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा गया. बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस का चरित्र, चेहरा और चिंतन सभी बेनकाब हो गया है. उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड केस को लेकर आज कांग्रेस पार्टी देश में तथाकथित प्रदर्शन कर रही है. यह भारत के इतिहास का बेहद विचित्र प्रकार का केस है, जिसमें कोई कंपनी 90 करोड़ की देनदारी में बिक गई. उसके पास हजारों करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी थी. इसमें खरीदने वाले और बेचने वाले दोनों एक ही थे.
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि तीन भाषाओं में नेशनल हेराल्ड अखबार आता था. हिन्दी, अंगेजी और उर्दू. अगर 10 प्रतिशत कांग्रेस कार्यकर्ता भी इस अखबार को खरीदते तो इसे बचाया जा सकता था. यह कांग्रेस के चरित्र, चेतना और चिंतन पर सवाल खड़ा करता है. कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस का संचालन करने वाले लोग यह चाहते ही नहीं थे कि यह अखबार चले. दिल्ली पुलिस ने बुधवार को अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया. ये कार्यकर्ता प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा नेशनल हेराल्ड मामले में आरोपपत्र दाखिल करने के बाद विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.
गांधी परिवार नेशनल हेराल्ड केस में है आरोपी
कांग्रेस पार्टी इसे केंद्र सरकार द्वारा जांच एजेंसियों का उपयोग करके विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के “राजनीति से प्रेरित” कदम बता रही है. ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है. नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल ही में कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है.
नेशनल हेराल्ड अखबार के केस में ईडी की कार्रवाई एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर की गई है. इस मामले में 661 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू हुई. ईडी का आरोप है कि यंग इंडियन ने एजेएल की 2000 करोड़ की संपत्तियों को केवल 50 लाख में हासिल किया. कांग्रेस ने इसे “राज्य प्रायोजित अपराध” करार दिया.